लोक राजनीति मंच

28 मई, 2023 की बैठक की कार्यवाही रिपोर्ट

बैठक में निम्नलिखित लोग उपस्थित थे-

1. श्री श्याम गंभीर

2. श्री विश्वात्मा

3. श्री शिवाकांत गोरखपुरी

4. श्री मंजू एस मोहन

5. श्री नंद राम बागड़ी,

6. श्री अशोक कुमार शर्मा, पूर्व राजदूत

7. श्री एडवोकेट महमूद प्राचा, एसएन एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट

8. प्रोफेसर रतन लाल, प्रोफेसर डीयू

9. श्री Dr. Suraj Mandal, Delhi University

10. श्री सत्य प्रकाश भरत

11. श्री मयंक जैन

12. श्री राम निवास यादव

13. श्री सादेश अली माशेह

14. श्री एडवोकेट शिव सिंह यादव

15. सुश्री एडवोकेट सुषमा यादव

16. श्री श्यामजी त्रिपाठी (c/o अभय सिन्हा)

17 सुश्री प्रभा तिवारी (c/o गम्भीर जी)

18. श्री एम.यू. दुआ

10. श्री ध्रुव Agrawal, सीए

20. श्री आदिल गांधी

21 सुरेंद्र शास्त्री जी एटा

22 श्री सैयद मोहम्मद

23. श्री मास्टर सत्येंद्र यादव

24. श्री मास्टर मदन यादव

25. श्री मेघ सिंह बघेल

26. मदन यादव

27 श्री मास्टर अजय यादव

28 श्री हरेंद्र कुमार

29 श्री अभय सिन्हा

30 राम नगीना सिंह, समाजवादी नेता (अभय सिन्हा)


बैठक की अध्यक्षता श्याम गम्भीर जी

बैठक के दौरान श्री विश्वात्मा जी ने प्रतिभागियों को 2 मई, 2023 को इसी स्थान पर आयोजित लोक राजनीति मंच की पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों से परिचित कराया। उन्होंने आगे कहा कि यह बैठक पहली बैठक की निरंतरता में है। इसलिए इस बैठक में चर्चा के लिए तैयार किए गए प्रस्ताव पहली बैठक की कार्यवाही से ही तैयार किए गए हैं, ताकि पहली बैठक में लिए गए निर्णयों का पालन किया जा सके।

श्री शिवाकांत गोरखपुरी ने एक-एक करके चर्चा करने के लिए प्रस्तावों को पढ़ना शुरू किया। सभी प्रस्तावों पर चर्चा की गई, जहां भी आवश्यक लगा, उनमें संशोधन किया गया और अंत में पारित किया गया। किए गए निर्णयों के साथ प्रस्तावों का मूल पाठ निम्नानुसार हैं:

क्रम संख्या 1- प्रस्ताव संख्या 17 (गत बैठक 2 May, 2023 के क्रम- 16 से आगे)-*

गत 2 मई 2028 को व्रत भवन में आयोजित लोक राजनीति मंच की बैठक के प्रस्ताव संख्या 7 में कहा गया था कि जब तक पूरे देश के लोग न जुड़ जाएं तब तक गठबंधन की  राष्ट्रीय कार्य समिति के गठन का इंतजार किया जाए। इस विषय में 28 मई की बैठक में प्रस्ताव रखा गया कि राष्ट्रीय स्तर की कमेटी गठबंधन के संविधान के अनुरूप बनाया चाय। जब तक संविधान द्वारा कार्यसमिति का स्वरूप तय नहीं होता, तब तक के लिए लोक राजनीति मंच के वरिष्ठ नेता श्री श्याम गंभीर को गठबंधन का कार्यवाहक संयोजक नियुक्त किया जाए। इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।

 

2. प्रस्ताव संख्या 18

2 मई को पारित प्रस्ताव संख्या 8 में और प्रस्ताव संख्या 11.1 में यह कहा गया था कि  जब संविधान सभा में कम से कम 51 सदस्य शामिल हो जाएं। तब गठबंधन का संविधान तैयार करने के लिए संविधान सभा के सदस्यों की संख्या का 5% यानी कम से कम 3 सदस्यों की एक ड्राफ्टिंग कमेटी का गठन किया जाए, जो गठबंधन के संविधान निर्माण का कार्य करें। इस विषय में आज की बैठक में प्रस्ताव यह है कि चूंकि संविधान सभा में शामिल होने के लिए कुल 117 लोगों के नाम आ चुके हैं जिसका 5% निकाला जाए तो संविधान प्रारूप समिति में अधिकतम 8 लोग शामिल हो सकते हैं। इसलिए प्रस्ताव संख्या 8 और प्रस्ताव संख्या 11.1 के अनुपालन में आज की बैठक में प्रस्तुत किया जाने वाला प्रस्ताव निम्नलिखित हैं –

गठबंधन के संविधान की ड्राफ्टिंग के लिए निम्नलिखित लोगों को अधिकृत किया जाए-

1. ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष का काम करने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व न्यायधीश और उत्तर प्रदेश के लोकायुक्त जस्टिस श्री वीरेंद्र सिंह यादव से निवेदन किया जाए।

2. ड्राफ्टिंग कमिटी के 2 सदस्यों के रूप में मैग्सेसे पुरस्कार से पुरस्कृत श्री संदीप पांडे और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री मेहमूद प्रचा।

3. ड्राफ्टिंग कमेटी के सचिव के रूप में दिल्ली हाईकोर्ट के अधिवक्ता एडवोकेट श्री विजय पाल सिंह। ‌‌

 

*3- प्रस्ताव संख्या 19*

प्रस्ताव संख्या 11. 2 में कहा गया था कि 51 सदस्यीय संविधान सभा को गठबंधन के लिए उपयोगी और भाजपा के लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, और समाजवाद विरोधी कार्यों के खिलाफत में काम कर रहे उन वर्तमान और पूर्व मुख्यमंत्रियों और प्रदेश स्तरीय और अखिल भारतीय स्तर पर मान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टियों के अध्यक्षों से संपर्क करने के लिए राजनीतिक डेलिगेशन बनाने का अधिकार होगा। इस विषय में आज की बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया कि राजनीतिक डेलिगेशन समिति के संयोजक के रूप में श्री संदीप पांडे को चुना जाए. वह इस समिति में समय-समय पर जिसको भी उपयोगी समझेंगे, उनको संपर्क अभियान के दौरे में अपने साथ ले जा सकेंगे। अपनी समिति का विस्तार करेंगे और आज 28 मई की बैठक में शामिल जो लोग अपनी इच्छा से इस समिति में जुड़कर काम करना चाहेंगे, उनके नामों पर विचार किया जाए। ‌‌ इस विषय में चर्चा करने के बाद श्री शिव सिंह यादव ने कहा कि जहां भी संपर्क करने के लिए रेल यात्राओं से जाना सुविधाजनक होगा, वहां वह जाने के लिए तैयार हैं।


*4. प्रस्ताव संख्या 20*

गत 2 मई के पारित प्रस्ताव संख्या 11.3 में कहा गया था कि भाजपा सरकार से पीड़ित उद्योगपतियों और व्यापारियों से संपर्क करने के लिए गठबंधन की इकनोमिक डेलिगेशन की 5 सदस्यीय कमेटी बनाने का अधिकार 51 सदस्यीय संविधान सभा को होगा। ‌ इस विषय में बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया कि बैठक में शामिल जो लोग अपनी इच्छा से इस समिति में जुड़कर काम करना चाहेंगे, उनके नामों पर विचार किया जाए। गठबंधन के लिए कोष बनाने का काम भी इसी समिति को दिया जाए। ‌ इस विषय में चार्टर्ड अकाउंटेंट श्री ध्रुव जी को इस काम के लिए उपयुक्त व्यक्तियों की तलाश करने की जिम्मेदारी दी गई।


*5-प्रस्ताव संख्या 21*

गत 2 मई के पारित प्रस्ताव संख्या 11.4 में कहा गया था कि मीडिया जगत के भाजपा विरोधी या पत्रकारिता के मर्यादाओं को संतुलित तरीके से निभाने वाले पत्रकारों और मीडिया संस्थानों के प्रमुखों से संपर्क करने के लिए गठबंधन की मीडिया डेलिगेशन की 5 सदस्यीय कमेटी बनाने का अधिकार 51 सदस्यीय संविधान सभा को होगा।

इस विषय में बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया कि बैठक में शामिल जो लोग अपनी इच्छा से इस समिति में जुड़कर काम करना चाहेंगे, उनके नामों पर विचार किया जाए। पत्रकारिता की दुनिया में उपयोगी लोगों से संपर्क करने के लिए और 5 सदस्यों वाला मीडिया डेलिगेशन बनाने के लिए समाजवादी धारा के मूर्धन्य पत्रकारों से मुलाकात करके किसी उपयुक्त व्यक्ति को संयोजक नामित किया जाये.


*6-प्रस्ताव संख्या 22*

दिल्ली घोषणा पत्र के प्रस्ताव संख्या 15 में यह कहा गया था कि मई महीने तक गठबंधन के संविधान सभा में कम से कम 51 सदस्यों को जोड़ लिया जाए। यह लक्ष्य पूरा हो गया और संविधान सभा से जुड़ने वालों की संख्या 51 की बजाय 117 हो गई है। इस जानकारी को उत्साहवर्धक माना गया।

 

*7-प्रस्ताव संख्या 23*

इसी प्रस्ताव में यह भी कहा गया था कि मई महीने तक गठबंधन का संविधान तैयार कर लिया जाए। बैठक विलंब से होने के कारण यह लक्ष्य पूरा नहीं हो सका। किंतु आज गठित गई की गई संविधान प्रारूप समिति से अपेक्षा यह रहेगी कि वह गठबंधन का अंतिम संविधान तैयार करने में चाहे जितना वक्त लें किंतु गठबंधन का अंतरिम संविधान का प्रारूप 30 जून तक प्रस्तुत कर दें। चर्चा के बाद यह तय किया गया कि जस्टिस श्री वीरेंद्र सिंह यादव से बात करके श्री संदीप पांडे और श्री विश्वात्मा गठबंधन के संविधान का अंतरिम मसौदा 30 जून 2023 तक प्रस्तुत कर दें।

 

*7-प्रस्ताव संख्या 24*

इसी प्रस्ताव संख्या 15 में यह भी कहा गया था कि जून महीने में देश के समस्त मुख्यमंत्रियों और पूर्व मुख्यमंत्रियों से मुलाकात करके यह निश्चित कर लिया जाए कि कौन-कौन से गणमान्य नेतागण गठबंधन को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चलाने के पक्ष में है और कौन-कौन नहीं है। यह सूची जुलाई महीने के प्रथम सप्ताह में पब्लिश कर दिया जाए। ‌ इस विषय में श्री श्याम गंभीर जीने होमवर्क किया है और उन्होंने आरजेडी के श्री श्याम रजक से और जेडीयू के श्री आफाक अहमद से बात किया है। यह दोनों ही नेता अपनी अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्षों से लोक राजनीति मंच के डेलिगेशन की मुलाकात कराने की कोशिश में लगे हैं। यह मुलाकात जून महीने में हो जाए तो हम अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकेंगे। इस विषय में चर्चा करने के बाद तय किया गया कि पूर्व मुख्यमंत्रियों, वर्तमान मुख्यमंत्रियों और पार्टियों के अध्यक्षों से संपर्क करने की कोशिशें और लोक राजनीति मंच का संदेश उन तक पहुंचाने के प्रयास जारी रहना चाहिए। उनकी मुलाकातों के बाद उनके प्रत्युत्तर के आधार पर लोक राजनीति मंच अपनी रणनीति बनाएगा।

 

*8-प्रस्ताव संख्या 25*

इसी प्रस्ताव संख्या 15 में यह भी कहा गया था कि अगस्त और सितंबर महीने में गठबंधन की प्रदेश कमेटियों, मंडल कमेटियों, लोकसभा कमेटियों, जिला कमेटियों, विधानसभा कमेटियों और ब्लाक कमेटियों को ऑनलाइन विधि से गठित कर दिया जाए। इस विषय में बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया कि ऊर्ध्वाधर कमेटियों का गठन करने के लिए 1 सप्ताह के अंदर एक ऑनलाइन फॉर्म तैयार किया जाएगा। जिसका लिंक गठबंधन के समस्त सदस्य अधिक से अधिक फॉरवर्ड करेंगे और अपने जान पहचान के लोगों को ऑनलाइन फॉर्म भरके किसी ने किसी कमेटी में जुड़ने का आवेदन आमंत्रित करेंगे। चर्चा करने के बाद श्री विश्वात्मा जी से निवेदन किया गया कि यह ऑनलाइन लिंक यथाशीघ्र बना दिया जाए। जिससे कि पूरे देश में लोगों को गठबंधन का पदाधिकारी बनाना संभव हो सके।

 

*9-प्रस्ताव संख्या 26*

इसी प्रस्ताव संख्या 15 में यह भी कहा गया था कि अगस्त और सितंबर महीनों में गठबंधन की उक्त कमेटियों में भर्ती होने वाले सभी पदाधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाए। बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया कि प्रोफेसर जितेंद्र कुमार शर्मा को गठबंधन के प्रशिक्षण प्रकोष्ठ का संयोजक नियुक्त किया जाए और उनको गठबंधन के प्रशिक्षण विभाग की कार्यसमिति तैयार करने के लिए और प्रशिक्षण के विस्तृत रूपरेखा तैयार करने के लिए अधिकृत किया जाए। यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।

 

*10-प्रस्ताव संख्या 27*

इसी प्रस्ताव संख्या 15 में यह भी कहा गया था कि अक्टूबर और नवंबर महीने में पूरे देश के यथासंभव सभी प्रदेशों की राजधानियों में जनसभाओं द्वारा गठबंधन के शक्ति प्रदर्शन का कार्यक्रम संपादित किया जाए और सभी लोकसभा चुनाव क्षेत्रों के लिए चुनाव लड़ने वाले उन प्रत्याशियों को चिन्हित कर लिया जाए, जिनका समर्थन यह गठबंधन करेगा।जनवरी और फरवरी महीने में गठबंधन की विधानसभा कमेटियों के माध्यम से पूरे देश की यथासंभव सभी प्रदेशों में बूथ कमेटियों का गठन कर दिया जाए। इस विषय में बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया कि गठबंधन के प्रचार समिति का एक संयोजक बनाया जाए और संयोजक को सभी प्रदेशों में गठबंधन के प्रचार समिति की कमेटियां बनाने के लिए अधिकृत किया जाए। चर्चा करने के बाद सभी स्तरों पर प्रचार समिति का गठन करने का काम भी श्री संदीप पांडे पर छोड़ दिया गया।


*11-प्रस्ताव संख्या 28*

आज की बैठक में यह भी प्रस्ताव रखा गया कि लोक राजनीति मंच उन सभी अन्य मंचों के साथ पूरक यानी सप्लीमेंट्री भूमिका में रहेगा, जो मंच लोकतांत्रिक प्रक्रिया से भाजपा विरोधी संगठनों और राजनीतिक दलों को एकजुट करने के पक्ष में है। इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।


*12-प्रस्ताव संख्या 29*

आज की बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया कि जितने शीघ्र गठबंधन का अपना कोष बन जाए और अपना स्टाफ काम करने लगे। उतनी जल्दी गठबंधन की इंडिपेंडेंट वेबसाइट बना लिया जाए, जिससे यह भ्रम न पैदा हो की यह गठबंधन वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल नाम के केवल एक पार्टी द्वारा संचालित किया जा रहा है।

 

*13-प्रस्ताव संख्या 30*

आज की बैठक में यह भी प्रस्ताव रखा गया कि गठबंधन के कुल 5 विंग बनाए जाएं, जिनका नाम निम्नलिखित हो-

1. सिविल सोसाइटी विंग

2. सामाजिक आंदोलन विंग

3. पॉलीटिकल विंग

4. उद्योग व्यापार विंग

5. मीडिया विंग

23.1 यह प्रस्ताव रखा गया कि सिविल सोसाइटी विंग का राष्ट्रीय संयोजक के रूप में इंडियन फॉरेन सर्विस के ऑफिसर और कई देशों में राजदूत रहे श्री अशोक शर्मा जी को नियुक्त किया जाए. बैठक में उपस्थित श्री अशोक शर्मा ने कहा कि इस बारे में निर्णय लेने के लिए उन्हें कुछ वक्त दिया जाए।

 

23.2 सामाजिक आंदोलन विंग के राष्ट्रीय संयोजक के रूप में काम करने के लिए नेशनल एलाइस ऑफ पीपल्स मूवमेंट की राष्ट्रीय नेता सुश्री मेधा पाटेकर जिसे निवेदन किया जाए। चर्चा करने के बाद यह निर्णय लिया गया कि केवल प्रतीकात्मक तौर पर किसी को पदाधिकारी बनाने की बजाय यह सुनिश्चित किया जाए कि वह पदाधिकारी तभी बनाया जाए जब वह अपनी जिम्मेदारियां निभा सके और जिम्मेदारियों को निभाने के लिए पर्याप्त वक्त दे सके। यह निर्णय लिया गया कि सुश्री मेधा पाटेकर से इस विषय में बात किया जाए और सह संयोजक के रूप में निर्माण उद्योग के मजदूरों के लिए काम करने वाले श्री सुभाष भटनागर जी से बात किया जाए। यदि वह इस विषय में सहमत होते हैं तो उनको सह संयोजक नियुक्त किया जाए। ‌

 

23.3 पॉलिटिकल विंग के राष्ट्रीय संयोजक के रूप में बैठक में चर्चा करके किसी भी उपयुक्त व्यक्ति को नियुक्त किया जाए, जिसमें लोगों को कन्विंस करने की क्षमता हो, परस्पर विरोधी विचारधाराओं के बीच समन्वय करने की क्षमता हो और इस कार्य के लिए अपेक्षित देशव्यापी रेल और हवाई यात्राएं अपने खर्चे से कर सकता/सकती हो। इस विषय को भी चर्चा करने के बाद श्री संदीप पांडे के ऊपर छोड़ दिया गया।

 

23.4 उद्योग व्यापार विंग के राष्ट्रीय संयोजक के रूप में नियुक्ति के लिए फिक्की एसोचैम या सीआईआई के प्रमुखों से बात करके किसी उपयुक्त व्यवसाई को नियुक्त किया जाए। इस विषय में कोई चर्चा नहीं की जा सकी।

 

23.5 देश के प्रमुख पत्रकारों से चर्चा करके मीडिया विंग के राष्ट्रीय संयोजक के रूप में किसी उपयुक्त व्यक्ति को मीडिया विंग के राष्ट्रीय संयोजक के रूप में नियुक्त किया जाए, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया का व्यवहारिक ज्ञान हो, अनुभव हो और गठबंधन के पक्ष में मीडिया का ध्रुवीकरण कराने की क्षमता हो। इस विषय को भी स्थगित कर दिया गया।


*14-प्रस्ताव संख्या 31*

आज की बैठक में यह भी विचार किया जाए कि गठबंधन की संविधान सभा से जुड़ने के लिए श्री विश्वात्मा, श्री संदीप पांडे और श्री प्रभात राय के अलावा अन्य किन लोगों के नाम वेबसाइट पर प्रकाशित किए जाएं, जिससे गठबंधन से नए लोगों को जोड़ने की प्रेरणा मिले और गठबंधन की विश्वसनीयता बढे। इस संबंध में प्रस्ताव यह है कि कम से कम निम्नलिखित लोगों की सहमति प्राप्त किया जाए और उनके नाम गठबंधन की संविधान सभा से जुड़ने के लिए अपीलकर्ताओं सूची में प्रकाशित किया जाए। 

1. श्री श्याम गंभीर समाजवादी नेता

2. उत्तर प्रदेश के लोकायुक्त और इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व न्यायधीश जस्टिस वीरेंद्र सिंह यादव

3. सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री महमूद प्राचा 

4. पूर्व राजदूत श्री अशोक शर्मा

5. जानी मानी समाजवादी नेत्री श्रीमती मंजू मोहन

6. जयप्रकाश आंदोलन के मूर्धन्य नेता प्रोफेसर जितेंद्र कुमार शर्मा, 

प्रस्तावों पर चर्चा के बाद गठबंधन के उद्देश्यों को प्राप्त करने की रणनीति पर खुली चर्चा शुरू हुई। इस चर्चा की शुरुआत करते हुए सुप्रीम कोर्ट के प्रसिद्ध अधिवक्ता श्री महमूद प्राचा ने गठबंधन में शामिल होने के लिए अपीलकर्ताओं की सूची में अपना नाम प्रकाशित करने की मंजूरी दे दी। श्री प्राचा ने कहा कि हमें विपक्षी एकता के लिए इस गठबंधन द्वारा किए जाने वाले विशिष्ट योगदानों का पता लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर हम संविधान को ध्वस्त करने के लिए काम करने वाली पार्टी के खिलाफ नागरिक समाज को लामबंद करने के लिए सड़कों पर आते हैं, तो हम बड़ी पार्टियों के लिए भी अपनी उपयोगिता साबित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन के लिए ईवीएम जैसे मुद्दों को उठाया जा सकता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह न केवल कानूनी लड़ाई में मोर्चे पर होंगे, अगर जरूरत पड़ी तो वह सड़क पर विरोध में भी सामने होंगे।

पूर्व राजदूत अशोक कुमार शर्मा ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी को सत्ता से बेदखल करने के लिए सिविल सोसाइटी की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह भविष्य में भी इस मंच में योगदान देते रहेंगे। उन्होंने इस मंच पर खुलकर कूदने से पहले सहयोगियों को विश्वास में लेने के लिए कुछ समय देने का अनुरोध किया।

श्री सत्य प्रकाश भारत ने तर्क दिया कि दृष्टि, जन लामबंदी शक्ति, साहस, अध्ययन और जन भावना की गहरी समझ को देखते हुए श्री विश्वात्मा में इस महत्वपूर्ण समय में देश का नेतृत्व करने की क्षमता है। उन्होंने कहा की हमें बिना देर किये इसका लाभ उठाना चाहिए। डॉ. एम यू दुआ ने गठबंधन के दिन-प्रतिदिन के खर्चों के प्रबंधन के लिए सामूहिक वित्तीय योगदान पर जोर दिया। एटा से आए श्यामजी त्रिपाठी, प्रभा तिवारी, सुरेंद्र शास्त्री, मास्टर मदन यादव और मास्टर सत्येंद्र यादव ने भी अपने विचार रखे।


अंत में मंजू, सुरेंद्र मोहन और श्याम गंभीर के नाम अपीलकर्ताओं की सूची में प्रकाशित करने का निर्णय लिया गया। गठबंधन के संयोजक श्री श्याम गंभीर जी ने कहा कि उन्होंने गठबंधन के संयोजक के रूप में श्री ई के श्रीनिवासन को केरल के लिए श्री सादात अनवर को छत्तीसगढ़ के लिए नामित किया है।  तेलंगाना राज्य के लिए ठाकुर गोपाल सिंह नामित किया है। श्री शिवाकांत गोरखपुरी ने प्रतिभागियों को धन्यवाद प्रस्ताव दिया और बैठक का समापन चाय के साथ हुआ। 

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