पार्टी पर हमले
पार्टी के बीजारोपण के साथ ही पार्टी संस्थापकों पर हमले शुरू हो गए। पहला हमला तो 6 जून, 2012 को उत्तर प्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा किया गया। इसमें आईएएस, आईपीएस अधिकारियों और अपराधियों द्वारा पार्टी के 3 लोगों का अपहरण करवा लिया गया।
दूसरा हमला 13 मार्च 2020 को नागालैंड में कराया गया। इसमें पार्टी के संस्थापक श्री विश्वात्मा को गिरफ्तार कर लिया गया और अदालत में पैरवी करने के लिए नागालैंड गए पार्टी के नेताओं का नागा आतंकवादियों द्वारा अपहरण करा लिया गया। 3 करोड रुपए की फिरौती मांगी गई। अदालती कार्यवाही के लिए किसी को अदालत तक नहीं पहुंचने दिया गया। इस उच्च स्तरीय राजनीतिक और प्रशासनिक साजिश में पार्टी संस्थापक श्री विश्वात्मा को लगभग 5 महीने जेल में रहना पड़ा।
पढ़िए विस्तार से -